प्रार्थना की शक्ति :मेरे दो व्यक्तिगत अनुभव
प्रार्थना की शक्ति
दोस्तों मै बहुमुखी लेखन प्रतिभा से संपन्न व्यक्ति नहीं हूँ । मेरे लेखन का एक संशिप्त दायरा है, और उसी दायरे के अंतर्गत आज मै अपने जीवन की दो बड़ी महत्त्व पूर्ण घटनाओ को आपके साथ बाँटूगा ।
वर्ष २००४ में हमने अपनी पहली कार खरीदी थी, लेकिन मुझे driving नहीं आती थी । कुछ ही दिनों बाद driving की practice करते समय एक दुर्घटना हो गयी । हुआ यह की सामने से जाते हुए एक लड़के को देख कर जब मैंने ब्रेक लगाया तो break की जगह accelerator पर पैर दब गया । मेरी कार एक निर्माणाधीन मकान से टकरा कर क्षतिग्रस्त हो गई। ईश्वर की दया से किसी को चोट नहीं लगी, लेकिन उस दिन के बाद से मेरा confidance पूरी तरह नष्ट हो गया । मै जब भी ड्राइविंग करने बैठता मेरा सर दर्द करने लगता ,उलझन होती और मै ड्राइविंग नहीं कर पाता। फिर सालों बीत गए, इस बीच हमने ड्राइवर रख लिया और मेरी पत्नी ने भी ड्राइविंग सीख ली, लेकिन मै नहीं सीख पाया। फिर 2010 भी आ गया, ड्राइविंग सीखना मेरे लिए शौक का विषय नहीं बल्कि पारिवारिक आवश्यकता का विषय था । इश्वर की दया से यह वर्ष मेरे लिए आध्यात्मिक उन्नति का वर्ष रहा है। इस वर्ष कई बार मेरे मन में विचार आया कि ड्राइविंग सीखना फिर शुरू करूँ , और फिर एक दिन मै प्रार्थना कर के ड्राइविंग सीट पर बैठ गया । और फिर वही हुआ जिसका मुझे पूरा विश्वास था । न कोई डर न ही कोई उलझन और न ही सर दर्द । जो मुझसे ६ वर्षो में नहीं हो सका था, केवल ढाई दिनों में ही हो गया । पहले दो दिन मैंने RTO OFFICE के सामने टेढ़े मेढ़े रास्तों पर कार चलाई । तीसरे दिन कार ले कर सड़क पर आ गया । एक सामान्य व्यक्ति के लिए कार चलाना सीखना बहुत ही साधारण सी बात है , लेकिन एक भयग्रस्त व्यक्ति के लिए यह असंभव ही था । मै सोचता था क़ि शायद मै जीवन भर कार चलाना नहीं सीख पाउँगा, लेकिन प्रार्थना द्वारा यह असभव कार्य संभव हो सका।
प्रार्थना की शक्ति के एक और चमत्कार के बारे आपको बताता चलूँ ।हमारे घर के पड़ोस में एक श्रीवास्तव परिवार रहता है ।मेरी पत्नी और मिसेज़ के बीच काफी घनिष्ठता हो गयी थी मेरी पत्नी से मुझे पता चला था कि मिसेज़ श्रीवास्तव का दो बार अपने आप गर्भपात हो चुका है। फिर एक दिन मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि मिसेज़ श्रीवास्तव कि तबियत फिर ख़राब हो गई है, देखो क्या होता है।अगले दिन जब मेरी पत्नी फिर उनसे मिलकर लौटी तो उन्होंने बताया कि ultra sound कि रिपोर्ट के अनुसार बच्चे की पल्स नहीं है, शायद बच्चा फिर नहीं रहा।यह सुनकर मुझे एक पुरानी घटना याद आ गई। उस समय मैं अविहाहित था और बहराइच में रहता था।हमारे घर के बगल में ही church था, जिसके पादरी साहब का कुछ ही दिनों पहले ही विवाह हुआ था। उनकी पत्नी के साथ भी बड़ी आश्चर्यजनक घटना हुई थी। doctors ने उनके गर्भस्थ शिशु को भी मृत घोषित कर दिया था, लेकिन बाद में उनकी पत्नी ने पूर्ण स्वस्थ शिशु को जन्म दिया जो अब २० वर्ष से अधिक आयु का हो चुका है।मुझे वह घटना याद थी इसलिए मैंने अपनी पत्नी से कहा कि मिसेज़ श्रीवास्तव से कहे कि अभी कुछ दिनों तक गर्भपात न कराये और एक – दो doctors से और राय ले ले, मैं उसके लिए प्रार्थना करना चाहता हूँ।फिर मैंने मिसेज़ श्रीवास्तव के लिए कई बार विशेष रूप से प्रार्थना की।कुछ दिनों बाद उनका फिर से ultra sound कराया गया और इस बार उनके गर्भ में शिशु को स्वस्थ पाया गया।तब से अभी तक की हालत में बहुत सुधार हो चुका है और मैं आशा करता हूँ कि उचित समय पर एक शिशु को जन्म देंगी।
अपने पिछले लेख ‘२४ घंटो में इंग्लिश टाइपिंग सीखी’ में मैंने आपको बताया था कि ११-१३ सितम्बर तक मैं रेकी सीखने डिवाइन रेकी सेंटर, कानपुर गया था दीक्षा प्राप्त करने के बाद अब मुझे ४२ दिनों की साधना करनी है सात दिन बीत चुके है अपनी रेकी साधना के अनुभव भी आपके साथ शीघ्र ही बाटूंगा
अपने पिछले लेख ‘२४ घंटो में इंग्लिश टाइपिंग सीखी’ में मैंने आपको बताया था कि ११-१३ सितम्बर तक मैं रेकी सीखने डिवाइन रेकी सेंटर, लखनऊ गया था दीक्षा प्राप्त करने के बाद अब मुझे ४२ दिनों की साधना करनी है सात दिन बीत चुके है अपनी रेकी साधना के अनुभव भी आपके साथ शीघ्र ही बाटूंगा ……………
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